Priyanka06

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लेखनी कहानी -17-Jan-2023 विहान की आखिरी रात

कहानी

शीर्षक-आखरी लोरी
यह कहानी विहान की है जो 2 साल का था कक्षा एलकेजी का बच्चा है उसी से संबंधित एक कहानी है कहे तो यह सच्ची घटना पर आधारित है।
विहान अपनी मां से रोज लोरी सुनकर सोता था। विहान एलकेजी का स्टूडेंट था। विहान बहुत ही चंचल और शरारती बच्चा था हर दम  मस्ती करता रहता था। लेकिन कहते हैं हर बच्चा मां बाप का लाडला होता है। रोजाना की तरह स्कूल जाना फिर घर आना खेलना कूदना बच्चों की यही प्रवृत्ति होती है। एक दिन विहान को मां लोरी सुना रही थी विहान को लोरी सुने बिना नींद नहीं आती थी। जैसे ही विहान लोरी सुनता और सो जाता था। दूसरे दिन वह स्कूल गया वहां पर किड्स पार्क में खेल रहा था तभी उसका पैर फिसल गया और फिसल पट्टी में उसका सर चकरा गया। जिससे विहान को गहरी चोट लगी थी। विहान को चोट लगने से विहान के माता-पिता को बुलाया जाता है और विहान को जल्दी से हॉस्पिटल में ले जाया जाता है। वहां पर विहान का ट्रीटमेंट होता है और उसकी चोट पर पट्टी करते हैं। और उसके मां-बाप विहान को घर ले जाते हैं लेकिन दो दिवस के बाद विहान की मृत्यु हो जाती है इस बात से उसकी मां सहम जाती है विहान का उस दिन नया सवेरा ही नहीं हुआ था आखरी लोरी सुनकर उसी रात को देहांत हो गया था। उनकी आखिरी लोरी और आखिरी रात थी सुबह तो विहान ने आंखें ही नहीं खोली। आज भी विहान को याद करते हैं और उसके मां-बाप उसकी याद में तड़प रहे हैं। आज भी अपने बच्चे को नहीं भुला पाए हरदम याद कर के आंसू बहाते हैं। उनकी गोद में एक ही बच्चा था जो दुनिया में नहीं रहा।

लेखिका
प्रियंका भूतड़ा"प्रिया"


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4 Comments

Babita patel

20-Jan-2023 03:24 PM

nice one

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Gunjan Kamal

18-Jan-2023 12:22 AM

बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति 🙏🏻🙏🏻

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बहुत खूब

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